भारत का सड़क परिवहन :-
भारत में सड़क परिवहन का महत्व प्राचीनकाल से रहा है। ई. पू. तृतीय शताब्दी से मोर्य शासक चन्द्रगुप्त तथा अशोक ऐसे शासक थे, जिन्होंने अपने समय में सड़को का निर्माण करवाया। मध्य युग में शेरशाह सूरी तथा मुगल सम्राटों ने भी सड़क निर्माण में गहरी रुचि ली। विशेषकर लार्ड डलहौजी द्वारा सड़को के निर्माण पर विशेष ध्यान दिया गया। स्वतंत्रता के बाद से सड़को की लंबाई में 8 गुनी वृद्धि हुई है।
वर्तमान में देश की सड़क प्रणाली विश्व की दूसरी सबसे बड़ी सड़क प्रणाली (पहली - यू. स. ए.) है तथा इसका रख रखाओ भी रेल परिवहन की तुलना में सस्ता है। कुल सड़क लंबाई में शीर्ष राज्य - उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, प.बंगाल, कर्नाटक तथा ओडिशा है, जबकि सर्वाधिक सड़क घनत्व केरल में है।
- राष्ट्रीय राजमार्ग (National highways) :- ये वे सड़के है जिनके निर्माण एवं मरम्मत का कार्य केन्द्र सरकार का होता है। इनका नियंत्रण केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (CPWD) द्वारा किया जाता है। राष्ट्रीय राजमार्गो की लंबाई देश की कुल सड़को की मात्र 1.58% है किन्तु ये सड़के यातायात का लगभग 40% भाग का भार वहन करती है। वर्तमान में देश में 207 राष्ट्रीय राजमार्ग है। राष्ट्रीय राजमार्गो की सर्वाधिक लंबाई क्रमशः - उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु तथा आंध्र प्रदेश में है।
राष्ट्रीय राजमार्ग :-
- NH-1 (दिल्ली से अमृतसर) - इसे शेरशाह सूरी मार्ग भी कहा जाता है।
- NH-1(A) (जालंधर से श्रीनगर) - यह मार्ग बनिहाल दर्रे (जवाहर सुरंग) से होकर गुजरता है। यह जम्मू को श्रीनगर से जोड़ने वाला एक मात्र सड़क मार्ग है।
- NH-2 (दिल्ली से कोलकाता) - यह शेरशाह द्वारा बनवाया गया। भारत में NH-1 एवं NH-2 को सम्मिलित रूप से ग्रांड ट्रंक रोड कहा जाता है।
- NH-3 (आगरा से मुम्बई)
- NH-4 (थाणे से चेन्नई)
- NH-5 (चेन्नई से कोलकाता) - यह पूर्वी तट के समानांतर आगे बढ़ता है।
- NH-6 (धुले से कोलकाता) - यह मुंबई को कोलकाता से जोड़ने वाला मार्ग है।
- NH-44 (श्रीनगर से कन्याकुमारी) - यह भारत का सबसे लंबा (3745 किमी) राष्ट्रीय राजमार्ग है। पहले यह NH-7 (वाराणसी से कन्याकुमारी) के नाम से जाना जाता था जिसे बढ़ाकर NH-44 (श्रीनगर से कन्याकुमारी) तक कर दिया गया।
- NH-8 (दिल्ली से मुंबई) - यह राजस्थान एवं गुजरात से होकर जाता है।
- NH-9 (पुणे से मछलीपट्टनम (आंध्र प्रदेश))
- NH-10 (दिल्ली से फाजिल्का) - फाजिल्का पाकिस्तान की सीमा पर स्थित है।
- NH-47(A) (कोचीन से वेलिंगटन) - यह सबसे छोटा (6 किमी) राष्ट्रीय राजमार्ग है।
- NH-17 (पानवेल से इडापल्ली) - यह पश्चिमी तट के समानांतर आगे बढ़ता है।
प्रमुख योजनाएं :-
- स्वर्णिम चतुर्भुज योजना :- इसके तहत देश की 4 मेगा सिटी - दिल्ली , मुंबई , चेन्नई एवं कोलकाता को जोड़ने वाली सड़को को उच्च गुणवत्ता युक्त (4-6 लेन वाली) बनाने की योजना है। इसकी कुल लंबाई 5846 किमी है।
- ग्रीन मफलर योजना :- यह अधिक आबादी वाले क्षेत्रों , जैसे - सड़को के किनारे , रिहायशी इलाकों में स्थित राज्य मार्गो के आस-पास के क्षेत्रों में 4-6 पंक्तियों में अशोक एवं नीम जैसे पौधों का वृक्षारोपण कर ध्वनि प्रदूषण कम करने की योजना है।
- भारत माला योजना :- इसके अंतर्गत भारत के समीपवर्ती राज्यो को जोड़ने के साथ उन्हें तटीय राज्यो एवं उनके बंदरगाहों से जोड़ा जाएगा।
- सेतु भारतम योजना :- रेलवे क्रॉसिंग पर बार-बार होने वली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए 4 मार्च 2016 को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री द्वारा सेतु भारतम परियोजना का शुभारंभ किया गया। इसके तहत सभी राष्ट्रीय राजमार्गो को रेलवे क्रॉसिंग से मुक्त बनाना है। इसके तहत कई ओवर ब्रिज एवं अंडर ब्रिजों का निर्माण किया जा रहा है।
- राष्ट्रीय हरित राजमार्ग नीति, 2015 :- इसके तहत सड़क निर्माताओं के लिए कुल परियोजना लागत का 1 प्रतिशत वृक्षारोपण निधि के रूप में निर्दिष्ट किया गया है।
- उत्तर-पश्चिम , पूर्व-पश्चिम काॅरिडोर योजना :- उत्तर-दक्षिण काॅरिडोर योजना के अंतर्गत श्रीनगर को कन्याकुमारी से तथा पूर्व-पश्चिम काॅरिडोर के अंतर्गत सिल्चर (असम) से पोरबंदर (गुजरात) से उच्च गुणवत्ता युक्त महामार्गो द्वारा जोड़ने की परियोजना है। इसकी कुल लंबाई 7142 किमी है। उत्तर-पश्चिम , पूर्व-पश्चिम काॅरिडोर एक - दूसरे को झांसी में काटते है।
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