भूगोल
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भूगोल की जानकारी |
- भूगोल के जनक हेकेटियस कों कहां जाता है। इनकी पुस्तक जस पिरियोडस हैं।
- सर्वप्रथम भूगोल शब्द का प्रयोग इरेटोस्थानीज ने किया था।
- वर्तमान भूगोल के जनक अलेक्जेंडर वॉन हम्बोल्ट हैं।
- व्यवस्थित भूगोल का जनक इरेटोस्थानीज हैं।
- भौतिक भूगोल का जनक पोलिडोनियम हैं।
- विश्व ग्लोब का निर्माता मार्टिन बेहम हैं।
- विश्व मानचित्र के निर्माता अनेग्जी मेंडर हैं।
- भौगोलिक विश्वकोश का रचनाकार स्ट्राबो हैं।
ब्रह्मांड
- अस्तित्वमान द्रव्य एवं उर्जा के सम्मिलित रुप को ब्राह्मण कहते है।
- ब्रह्मांड की उत्पति से सम्बन्धित सिद्धांत-
- महाविस्फोट सिद्धांत (big bang theory) - ऐब जाॅर्ज लैमेन्तेयर
- साम्यावस्था सिद्धांत (steady state theory)- थाॅमस गोल्ड एवं हर्मन बाॅडी
- दोलन सिद्धांत (pulsating universe theory)- डाॅ. एलन संडेजा
- स्फीति सिद्धांत (inflationary theory)- अलेन गुथ
- ब्रह्मांड का व्यास 10^8 प्रकाशवर्ष हैं।
- पृथ्वी की मंदाकिनी का नाम दुग्धमेखला या आकाशगंगा हैं।
- आकाशगंगा के सबसे पास की मंदाकिनी देवयानी हैं।
- नवीनतम ज्ञात मंदाकिनी ड्वार्फ मंदाकिनी हैं।
- तारो का जन्म निहारिका में होता हैं।
- आकाशगंगा में शीतल और चमकीले तारो का समूह आरियन नेबुला कहलाता हैं।
सौरमंडल
- सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाने वाले गृह , धूमकेतु , उल्काओ तथा अन्य आकाशीय पिंडों के समूह को सौरमंडल कहते हैं।
- प्लेनेमस सौरमंडल से बाहर बिल्कुल एक जैसे दिखने वाले जुड़वा पिंडों का एक समूह हैं।
सूर्य:-
- सूर्य दुग्धमेखला के केंद्र के चारों ओर 250 km/sec. की गति से परिक्रमा कर रहा हैं।
- परिक्रमण काल- 25 करोड़ वर्ष (एक ब्रह्मांड वर्ष)
- सूर्य के क्रोड का ताप 1.5 ×10^7 °C हैं तथा बाहरी तापमान 6000°C हैं।
- सूर्य मै नाभिकीय संलयन की क्रिया होती हैं जो इसकी उर्जा का स्रोत हैं।
- सूर्य की उम्र 5 बिलियन वर्ष हैं।
- इसका प्रकाश प्रथ्वी तक पहुंचने में 8 मिनट 16 सेकंड का समय लगता हैं।
- सौर ज्वाला के उत्तरी ध्रुव को ओरोरा बोरियोलिस और दक्षिणी ध्रुव को ओरोर ऑस्ट्रियोलिस कहते हैं।
- सूर्य का व्यास 13 लाख 92 हजार किमी हैं, जो प्रथ्वी के व्यास का 110 गुना हैं।
सौरमंडल के ग्रह:-
- पार्थिव या आन्तरिक ग्रह :- बुध , शुक्र , प्रथ्वी , मंगल
- बाह्य ग्रह :- बृहस्पति , शनि , अरूण , वरुण
- आकार के अनुसार (घटते क्रम में) :- बृहस्पति , शनि , अरूण , वरुण , प्रथ्वी , शुक्र , मंगल , बुध।
- घनत्व के अनुसार (बढ़ते क्रम में) :- शनि , अरूण , वरुण , ब्रहस्पति , वरुण , मंगल , शुक्र।
- सबसे अधिक द्रव्यमान बुध का हैं।
यह भी देखें :- भारत का भूगोल | सामान्य जानकारी
पृथ्वी की आंतरिक संरचना
ग्रह
1. बुध (mercury) :
- सूर्य के सबसे नज़दीक का ग्रह हैं।
- सबसे छोटा व सबसे हल्का ग्रह है एवं इसका कोई उपग्रह नहीं हैं।
- विशिष्ट गुण - चुंबकीय क्षेत्र का होना।
- इसका तापांतर सभी ग्रहों में सबसे अधिक (600°C)है , इसका तापमान दिन मै 427°C व रात का तापमान -173°C होता हैं।
2. शुक्र (venus) :
- यह पृथ्वी के सबसे निकटतम , सबसे चमकीला और सबसे गर्म ग्रह है।
- इसे सांझ का तारा या भोर का तारा कहा जाता है
- यह अपने अक्ष पर पूर्व से पश्चिम दिशा मै घूर्णन करता हैं अर्थात् प्रथ्वी की विपरीत दिशा मै।
- इसे प्रथ्वी का भगिनी ग्रह भी कहते हैं।
- इसका भी कोई उपग्रह नहीं हैं।
- नीला ग्रह , पानी की उपस्थि के कारण।
- आकार में 5वाॅ सबसे बड़ा ग्रह है जो अपने अक्ष पर 23 1/2 डिग्री झुका हुआ है।
- इसका एकमात्र उपग्रह चंद्रमा हैं।
- इसका विषुवतीय व्यास 12,756 किमी और ध्रुवीय व्यास 12,713 किमी हैं। दोनों में 43 किमी का अंतर है।
- ओसत व्यास 12,742 किमी है।
- सूर्य से प्रथ्वी की दूरी 149.6 मिलियन किमी है।
- सूर्य की परिक्रमा करने में पृथ्वी को 365 दिन 5 घंटे 48 मिनट का समय लगता है।
- आकार और बनावट की दृष्टि से प्रथ्वी शुक्र के समान है।
- सूर्य के बाद प्रथ्वी के सबसे निकट का तारा प्रक्सिमा सेंचुरी है।
- रात के समय सबसे चमकीला दिखाई देने वाला तारा साइरस या डॉग स्टार है , जों प्रथ्वी से 9 प्रकशवर्ष दूर एवं सूर्य से दुगुना द्रव्यमान वाला तारा है
- इसे लाल ग्रह भी कहते है , इसका लाल रंग आयरन आक्साइड के कारण है।
- इसके दो उपग्रह है - फोबोस और डिबोस।
- सौरमंडल का सबसे बड़ा ज्वालामुखी ओलिपस मेसी एवम् सौरमंडल का सबसे बड़ा पर्वत निक्स ओलंपिया जो माउन्ट एवरेस्ट से 3 गुना ऊंचा है , इसी ग्रह पर स्थित है।
- पीला ग्रह।
- सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह है।
- इसके 67 उपग्रह है जिसमें ग्यानीमीड सबसे बड़ा उपग्रह है।
- यह अपने अक्ष पर सबसे कम समय 9.9 घंटे में घूम जाता है।
- आकार में दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है।
- इसके चारों ओर वलय की संख्या 7 है।
- इसका घनत्व सभी ग्रहों में सबसे कम है यानी इसे जल में रखने पर तेरने लगेगा।
- इसका सबसे बड़ा उपग्रह टाइटन है , जिसकी खोज क्रिस्चियन हाइजोन ने की थी।
- इसका पृथ्वी के समान वायुमंडल है।
- तीसरा सबसे बड़ा ग्रह है।
- खोज - विलियम हरशेल ने की थीं।
- इसके चारों ओर 5 वलय है - अल्फा , बीटा , गमा , डेल्टा और इप्सिलान।
- यह भी अन्य ग्रहों की विपरीत दिशा , पूर्व से पश्चिम की ओर घूर्णन करता है।
- इसे लेटा हुआ ग्रह भी कहते है क्योंकि यह अपनी धुरी पर अत्यधिक झुका हुआ है।
- खोज - जहाॅन गाले ।
- यह हरे रंग का ग्रह है।
- इसके चारों ओर अति शीतल मीथेन का बादल छाया रहता है।
- इसके उपग्रह में ट्राइटन प्रमुख है।
प्लूटो को 2006 की IAU के प्राग सम्मेलन में ग्रहों की सूची से बाहर निकाल दिया गया।
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