स्थानांतरणशील कृषि :-
स्थानान्तरी कृषि अथवा स्थानान्तरणीय कृषि , कृषि का एक प्रकार है जिसमें कोई भूमि का टुकड़ा कुछ समय तक फसल लेने के लिये चुना जाता है और उपजाऊपन कम होने के बाद इसका परित्याग कर दूसरे टुकड़े को ऐसी ही कृषि के लिये चुन लिया जाता है। पहले के चुने गये टुकड़े पर वापस प्राकृतिक वनस्पति का विकास होता है। आम तौर पर 10 से 12 वर्ष, और कभी कभी 40-50 की अवधि में जमीन का पहला टुकड़ा प्राकृतिक वनस्पति से पुनः आच्छादित हो कर सफाई और कृषि के लिये तैयार हो जाता है।
झूम कृषि भी एक प्रकार की स्थानान्तरी कृषि ही है। इसके पर्यावरणीय प्रभावों को देखते हुए भारत के कुछ हिस्सों में इस पर प्रतिबन्ध भी लगा दिया गया है।
विश्व की स्थानांतरणशील कृषि :-
- चेन्ना - श्रीलंका
- हुमा - इंडोनेशिया
- कैंगिन - फिलीपींस
- लोगन - पश्चिमी अफ्रीकी देश
- मसोल - कांगो
- मित्या - मैक्सिको
- रे - वियतनाम , लाओस
- तुंग्या - म्यांमार
- कोनूको - वेनेजुएला
- इचाली - ग्वाडेलूप
- कोनूल - मैक्सिको
- लेदाग - मलेशिया
- मिल्पा - ग्वाटेमाला
- रोका - ब्राजील
- तमराई - थाईलैंड
- टावी - मालागासी
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