मध्यप्रदेश के अभ्यारण्य :-
मध्यप्रदेश वन सम्पदा एवं वन्य जीवो की दृष्टि से संपन्न राज्य है। अतः मप्र में वन्य जीवों को प्राकृतिक आवास उपलब्ध कराने के लिए राष्ट्रीय उद्यान और अभयारण्य स्थापित किए गए है। राष्ट्रीय उद्यान केंद्र सरकार के अधीन तथा अभ्यारण्य राज्य सरकार के अधीन होते है।
- वर्तमान में मप्र में राष्ट्रीय उद्यान की संख्या 12 (कुनो - पालपुर {श्योपुर} के राष्ट्रीय उद्यान घोषित होने के बाद) है।
- वर्तमान में मप्र में अभ्यारण्यों की संख्या 30 (पहले 31 , कुनो - पालपुर के राष्ट्रीय उद्यान बनने से) है।
- इनमे से 6 राष्ट्रीय उद्यान - कान्हा किसली , बांधवगढ़ , पन्ना , पेंच , सतपुड़ा , संजय राष्ट्रीय उद्यान तथा 1 वन्य जीव अभ्यारण्य रातापानी अभ्यारण्य (रायसेन) प्रोजेक्ट टाइगर में शामिल है।
मप्र के अभ्यारण्य एवं जिला :-
अभ्यारण्य जिला
- रालामंडल (सबसे छोटा) इंदौर
- नोरादेही (सबसे बड़ा) सागर / दमोह
- कट्ठीवाड़ा अलीराजपुर
- मयूर झाबुआ
- सरदारपुर (खरमौर पक्षी) धार
- सुरमैनिया खंडवा
- मांधाता खंडवा
- सैलाना (खरमौर पक्षी) रतलाम
- गांधीसागर (गिद्ध) मंदसौर / नीमच
- कामधेनु गौ अभ्यारण्य आगर मालवा
- केओनी देवास/ सीहोर
- नरसिंहपुर राजगढ़
- रातापानी (टाइगर रिजर्व) रायसेन / सीहोर
- सिंघोरी रायसेन
- चंबल (घड़ियाल) मुरैना
- गंगऊ पन्ना
- घाटी गांव (सोन पक्षी) ग्वालियर
- करेरा (सोन पक्षी) शिवपुरी
- केन (घड़ियाल) छतरपुर / पन्ना
- ओरछा टीकमगढ़
- बगदरा सीधी
- डुबरी (संजय) सीधी
- सोन ( घड़ियाल) सीधी / शहडोल
- बोरी होशंगाबाद
- पचमढ़ी होशंगाबाद
- कालीभीत बैतूल
- वीरांगना दुर्गावती जबलपुर
- पेंच सिवनी / छिंदवाड़ा
- फेन मंडला
- पनपठा शहडोल
महत्वपूर्ण तथ्य :-
- देश में सबसे अधिक राष्ट्रीय उद्यान एवं अभ्यारण्य मप्र में है।
- प्रदेश का सबसे बड़ा अभ्यारण्य नोरदेही है , जो सागर व दमोह में (1194 वर्ग किमी) है।
- सबसे छोटा अभ्यारण्य रालामंडल (5 वर्ग किमी) , इंदौर है।
- सरदारपुर (धार) तथा सैलाना (रतलाम) खरमोर पक्षी के संरक्षण के लिए है।
- करेरा (शिवपुरी) तथा घाटीगांव (ग्वालियर) अभ्यारण्य में सोन चिड़िया का संरक्षण किया जाता है। {Trick - सोने का कंघा , सोने= सोन चिड़िया , कंघा = करेरा और घाटीगांव}
- चंबल (मुरैना) , केन (छतरपुर) , सोन (सीधी व शहडोल) अभ्यारण्य में घड़ियाल पाए जाते है। {Trick - घड़ियाल चोकस है , चोकस = चंबल , केन , सोन}
- राज्य के राष्ट्रीय उद्यान में सर्वाधिक पाया जाने वाला पशु चीतल है।
- विश्व में प्रोजेक्ट टाइगर के जन्मदाता गेनी मेनफोर्ड जबकि भारत में कैलाश सांखला है।
- विश्व तथा भारत में प्रोजेक्ट टाइगर परियोजना 1973 में प्रारंभ हुई।
- जंगल गलियारा योजना के अंतर्गत कान्हा किसली व बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान को जोड़ने का प्रस्ताव है।
- कुनो - पालपुर अभ्यारण्य में गिर राष्ट्रीय उद्यान (गुजरात) से एशियाई शेरो को स्थानांतरण करने का प्रस्ताव है।
- मप्र में 3 जैवमंडल (बायोस्फीयर रिजर्व) है -
- पचमढ़ी (1999) - होशंगाबाद + बैतूल + छिंदवाड़ा
- अमरकंटक अचानकमार (2005) - डिंडोरी + अनूपपुर + बिलासपुर ( मप्र तथा छत्तीसगढ़ में)
- पन्ना (2011) - पन्ना + छतरपुर
- मप्र के सतना जिले के मुकुंदपुर में व्हाइट टाइगर सफारी का निर्माण किया गया है।
- भारत का सबसे छोटा पक्षी फुलचुकी एवं सबसे पड़ा पक्षी सारस दोनों मप्र में पाए जाते है।
- मप्र में कुल 7 टाइगर रिजर्व है।
- रातापानी अभ्यारण्य को 2012 में टाइगर रिजर्व में शामिल किया गया।
- मप्र को टाइगर स्टेट का दर्जा प्राप्त है , यहां पर कुल 526 बाघ है।
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Bahut achha mention kiya h apne or bhi h mp me iske alawa wo bhi dale jisse hm sbhi ko apka study material mil sake or hm sbka apki mehnat se mukaam hasil kr ske Thanku Sir ji
जवाब देंहटाएंइसी तरह अपना फीडबैक देते रहे जिससे मुझे और भी अच्छे कंटेंट डालने का प्रोत्साहन मिले , साथ ही अपने जरूरत मंद दोस्तो के साथ शेयर भी करे। धन्यवाद 🙏🙏
हटाएंसाथ ही हमें फ़ॉलो करे जिससे आपको डेली अपडेट मिलते रहे।
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